ऑटो इंश्योरेंस क्लेम करना आज कल बहुत कॉमन है। पर क्या आपको पता है कि सही अमाउंट के लिए निगोशिएशन कैसे करते हैं? इस आर्टिकल में, हम आपको बताएंगे!
ऑटो इंश्योरेंस क्लेम क्या है?
इंश्योरेंस क्लेम मतलब जब आप अपने इंश्योरर से पैसा मांगते हैं एक्सिडेंट या किसी डैमेज के लिए। अलग अलग प्रकार के क्लेम्स होते हैं जैसे कि थेफ्ट, डैमेज और भी बहुत।
निगोशिएशन क्यों जरूरी है?
आपका पैसा आपका हार्ड वर्क का रिजल्ट है। क्या आप चाहते हैं कि आपको कम पैसा मिले? बेटर सेटलमेंट्स के लिए निगोशिएशन बहुत जरूरी है।
1.अपने दावे की राशि निर्धारित करें।
रिसर्च करना मार्केट में कई तरह के रेट्स होते हैं। पहले रिसर्च करो और समझो कि आपको कितना पैसा मिल सकता है।
अपने दावे की राशि निर्धारित करते समय, आपको निम्नलिखित कारकों पर विचार करना चाहिए:
- आपके वाहन की मरम्मत या प्रतिस्थापन की लागत। यदि आपका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया है, तो आपको मरम्मत या प्रतिस्थापन की लागत के लिए दावा करना चाहिए।
- किसी भी चिकित्सा बिल या अन्य खर्चों की लागत। यदि आप दुर्घटना में घायल हो गए हैं, तो आपको चिकित्सा बिलों और अन्य खर्चों के लिए दावा करना चाहिए।
- आपकी दुर्घटना के कारण हुई किसी भी आय की हानि। यदि आप दुर्घटना के कारण काम करने में असमर्थ हैं, तो आपको आय की हानि के लिए दावा करना चाहिए।
अपने दावे की राशि निर्धारित करने के लिए, आपको इन सभी कारकों को ध्यान में रखना चाहिए। आप एक पेशेवर मूल्यांकक से परामर्श कर सकते हैं ताकि आपको एक सटीक अनुमान मिल सके।
2.अपनी बीमा कंपनी के साथ बातचीत करें।
एक बार जब आपके पास अपने दावे की राशि का अनुमान हो जाए, तो अपनी बीमा कंपनी के साथ बातचीत करें। अपनी बीमा कंपनी को बताएं कि आप क्या चाहते हैं और क्यों।अपनी बीमा कंपनी के साथ बातचीत करते समय, शांत और पेशेवर रहें। अपनी बीमा कंपनी को बताएं कि आप अपने दावे के लिए खड़े हैं, लेकिन आप समझते हैं कि वे एक व्यवसाय हैं।
3. दावे का समर्थन करने वाले दस्तावेज
अपनी बीमा कंपनी को अपने दावे का समर्थन करने वाले दस्तावेज प्रदान करना महत्वपूर्ण है। इन दस्तावेजों में शामिल हो सकते हैं:
- पुलिस रिपोर्ट
- मरम्मत अनुमान
- मेडिकल बिल
- अन्य लागतों के लिए रसीदें
अपने दावे का समर्थन करने वाले दस्तावेज प्रदान करने से आपकी बीमा कंपनी को आपके दावे को अधिक गंभीरता से लेने में मदद मिलेगी।इन्हें ऑर्गनाइज करो ताकि निगोशिएशन में आसानी हो।
4.अपने दावे के लिए खड़े रहें
यदि आपकी बीमा कंपनी आपके दावे की राशि को कम करने की कोशिश करती है, तो अपने दावे के लिए खड़े रहें। अपने दावे के समर्थन में सबूत प्रदान करें और अपनी बीमा कंपनी को बताएं कि आप इसके लिए क्यों खड़े हैं।
अपनी बीमा कंपनी के साथ बातचीत करते समय, अपनी बीमा कंपनी को बताएं कि आप अपने दावे के लिए खड़े हैं और आप इसके लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।
5.ऑफर & काउंटर ऑफर
ऑफर एक्सेप्ट करने से पहले सोचो। और अगर लगता है कि और बेहतर हो सकता है, तो काउंटर ऑफर दो।
6.प्रोफेशनल हेल्प
कभी कभी एक्सपर्ट की एडवाइस जरूरी होती है। अगर आपको लगता है कि आप अटक रहे हैं, तो एक एक्सपर्ट हायर करो।
7.फाइनल अग्रीमेंट
अग्रीमेंट फाइनलाइज करते वक्त सारे टर्म्स और कंडीशंस क्लीयर कर लो। Future complications से बचने के लिए ये जरूरी है।
8.अपनी बीमा कंपनी से अपील करें
यदि आपकी बीमा कंपनी आपके दावे को अस्वीकार करती है, तो आप अपनी बीमा कंपनी से अपील कर सकते हैं। अपील के लिए, आपको अपने दावे के समर्थन में सबूत प्रदान करने की आवश्यकता होगी।अपनी बीमा कंपनी से अपील करते समय, आपको एक अपील पत्र लिखना होगा। अपील पत्र में, आपको अपने दावे के समर्थन में सबूत प्रदान करना होगा और यह बताना होगा कि आप अपनी बीमा कंपनी के फैसले से असहमत क्यों हैं।
कॉमन मिस्टेक्स: एक कॉमन मिस्टेक ये है कि लोग तुरंत पहले ऑफर को एक्सेप्ट कर लेते हैं। रिसर्च और पेशेंस जरूरी है!
निष्कर्ष :
ऑटो इंश्योरेंस क्लेम निगोशिएशन करना ईजी नहीं है, पर अगर सही स्टेप्स फॉलो करे तो सक्सेसफुल हो सकते हैं। Best of luck!