आज के इस लेख में, हम बात करेंगे कि शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण शब्दों का मतलब जानना चाहिए। यह शब्द आपको शेयर बाजार के नियमों और विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। हमारा लक्ष्य इस लेख के माध्यम से आपको उन शब्दों के बारे में बताना है जो शेयर बाजार में निवेश करने से पहले जानने जरूरी हैं।
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको ये शब्द जानने की जरूरत हैं –
स्टॉक मार्केट:
स्टॉक मार्केट एक ऐसा बाजार है जहां विभिन्न कंपनियों के शेयर खरीद और बेच कर निवेश किया जाता है। ये शेयर आम तौर पर एक स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं।
शेयर:
शेयर कंपनियों की संपत्ति के एक भाग को दर्शाता है। जब आप शेयर खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के साझेदार बन जाते हैं।
बुलिश मार्केट:
बुलिश मार्केट एक ऐसी स्थिति होती है जब शेयर बाज़ार में निवेशकों की संचार उम्मीद होती है और उनके अधिकतम निवेश के लिए खरीदारी की जाने वाली शेयरों की कीमत में एक उछाल होता है। इस स्थिति में बाजार में शेयरों की मांग अधिक होती है जो उनकी कीमतों को ऊपर ले जाती है। यह एक उच्च जोखिम वाला बाजार होता है जिसमें निवेशकों को बड़ा लाभ होता है लेकिन उनको उच्च जोखिमों का सामना भी करना पड़ता है।
बीयरिश मार्केट:
बीयरिश मार्केट एक ऐसी स्थिति होती है जब शेयर बाज़ार में निवेशकों की उम्मीद नहीं होती है और वे शेयरों की बिक्री करना शुरू करते हैं जिससे शेयरों की कीमतें घटती हैं। इस स्थिति में बाजार में शेयरों की मांग कम होती है जो उनकी कीमतों को नीचे ले जाती है। बीयरिश मार्केट में निवेशकों को नुकसान होता है लेकिन यह एक संभव अवसर भी हो सकता है क्योंकि निवेशक शेयरों को सस्ते में खरीद सकते हैं और बाजार में मूल्य बढ़ने पर उन्हें अच्छा मुनाफा हो सकता है।
इंट्राडे:
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी वित्तीय व्यापारिक गतिविधि है जिसमें एक ट्रेडर दिन भर के लिए सूचनाओं और विश्लेषण के आधार पर शेयरों, कमोडिटीज या मुद्रा या अन्य वित्तीय संपत्तियों को खरीदने और बेचने की कोशिश करता है। इस गतिविधि में शेयर या अन्य संपत्ति को खरीदकर और उसे एक दिन में बेचकर मुनाफा कमाया जाता है। यह एक अत्यंत जोखिमपूर्ण गतिविधि होती है क्योंकि यह कुछ घंटों में लाखों रुपये का नुकसान कर सकती है, इसलिए इसे अपनी वित्तीय स्थिति और विवेकपूर्वक विचार के आधार पर करना चाहिए।
लॉन्ग टर्म:
लॉन्ग टर्म निवेश एक ऐसा निवेश होता है जहां ट्रेडर लंबे समय तक एक शेयर में निवेश करते हैं। इससे उन्हें शेयर की कीमत में बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है जो उन्हें अधिक मुनाफा दे सकती है।
शेयर होल्डिंग:
शेयर होल्डिंग का मतलब होता है कि एक निवेशक द्वारा किसी कंपनी के शेयरों के पास रखे जाने वाले संपूर्ण संख्यात्मक या भागदारी हिस्सेदारी को दर्शाता है। यह उन शेयरों की संख्या होती है जो एक निवेशक या निवेशकों द्वारा किसी कंपनी में खरीदे गए होते हैं और जिनके पास वे शेयर होते हैं। इसे एक निवेशक की प्रतिस्पर्धा का पता लगाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इससे पता चलता है कि वह निवेशक कंपनी में कितने हिस्सेदार हैं और कंपनी के विभिन्न निवेश विकल्पों से कितने शेयर खरीद सकते हैं।
डिविडेंड:
डिविडेंड एक तरह का लाभ होता है जो कंपनियों द्वारा अपने स्टॉकहोल्डर्स को उनके निवेश पर दिया जाता है। जब एक कंपनी मुनाफा कमाती है, तो उसे इस मुनाफे का एक हिस्सा अपने स्टॉकहोल्डरों को दिया जाता है। यह राशि नकद या शेयर के रूप में भी दी जा सकती है।
पी/ई अनुपात:
पी/ई अनुपात (P/E Ratio) एक वित्तीय उपकरण है जो किसी कंपनी के शेयर की कीमत को उसके मुनाफे से बंटाता है। यह अनुपात कंपनी के वर्तमान शेयर मूल्य को मुनाफे प्रति शेयर से विभाजित करने से प्राप्त किया जाता है।
पी/ई अनुपात को इस्तेमाल करके एक निवेशक यह देख सकता है कि कंपनी के शेयरों की मूल्य उसके मुनाफे के अनुपात में हैं या नहीं। एक उच्च पी/ई अनुपात आमतौर पर उच्च मूल्य के शेयरों को दर्शाता है, जबकि एक कम पी/ई अनुपात सस्ते मूल्य वाले शेयरों को दर्शाता है। यह एक निवेशक को एक कंपनी में निवेश करने के फैसले को समझने में मदद कर सकता है।
मार्केट कैप:
मार्केट कैप (Market Cap) एक वित्तीय उपकरण है जो किसी कंपनी के शेयरों की मूल्यमान को निर्धारित करता है। यह कंपनी के सभी शेयरों के बाजार मूल्य का एक मात्र अंक होता है।
मार्केट कैप के अनुसार, कंपनियों को बड़ी, मध्यम और छोटी मार्केट कैप के तहत वर्गीकृत किया जाता है। बड़ी मार्केट कैप कंपनियां वे होती हैं जिनकी मार्केट कैप बहुत ज्यादा होती है जैसे कि एप्पल, वेबस्टर बैंक और फेसबुक। मध्यम मार्केट कैप कंपनियां वे होती हैं जिनकी मार्केट कैप बड़ी कंपनियों के बराबर होती है जैसे कि ज़ोमैटो और एचएफसी बैंक। छोटी मार्केट कैप कंपनियां वे होती हैं जिनकी मार्केट कैप बहुत कम होती है जैसे कि नवजोति स्टील और श्रेयंश ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन।
उम्मीद है कि इन शब्दों का मतलब जानकर आपको शेयर बाजार में निवेश करने से पहले सही तरीके से तैयारी करने में मदद मिलेगी। अब हम एक नजर डालेंगे शेयर बाजार के कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर।
निष्कर्ष
शेयर बाजार में निवेश करना एक उच्च रिस्क वाला काम है। इससे पहले आपको शेयर बाजार के नियमों, विशेषताओं और मुद्दों के बारे में जानना आवश्यक है। आपको अपनी निवेश क्षमता का मूल्यांकन करना होगा और सही निवेश विकल्प चुनना होगा।
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको इस बात को समझना होगा कि आपके निवेश से जुड़े जोखिम हैं। इससे पहले आपको अपनी आर्थिक स्थिति की जांच करना चाहिए ताकि आप अपने निवेश से जुड़े जोखिमों को कम कर सकें। यदि आप सही तरीके से तैयारी करते हैं, तो शेयर बाजार में निवेश आपके लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकता है। इसलिए, शेयर बाजार में निवेश करने से पहले इन सभी मुद्दों को गहनता से विचार करें और सही निवेश विकल्प चुनें।