Hariyali Teej 2023: जानिए क्यों मनाया जाता है हरियाली तीज? क्या है इसका महत्त्व

हरियाली तीज, एक त्योहार है जो प्राकृतिक हरियाली का आनंद और सावन के मौसम की खुशी का प्रतीक है। इस त्योहार के दौरान विशेष प्रार्थनाएँ की जाती हैं, रंगीन वस्त्र पहनने का अनुभव होता है, झूलों पर सवारी करने का और पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेते हैं।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

हरियाली तीज का इतिहास देव और प्राचीन पाठशालाओं के साथ जुड़ा हुआ है और सावन और कृषि सीज़न के साथ जुड़ा हुआ है। इस त्योहार का मौसम के साथ संबंध होता है और यह हमारे पुराने लोगों की देन है। हरियाली तीज श्रावण मास की शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है, जब प्रकृति हरियाली से सजी होती है।

तारीख और उत्सव

हरियाली तीज, जिसे “सावन की तीज” भी कहा जाता है, श्रावण मास की शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। और आज यानी 19 अगस्त को यह पर्व मनाया जा रहा है। इस समय प्रकृति हरियाली में होती है और मौसम ठंडक से भरा होता है। महिलाएँ अपने सुंदर रंगीन वस्त्र पहनकर और मेहंदी की खुशबू से अपने आप को सजाती हैं। तीज के दिन, महिलाएँ मंदिर में जाकर मंगल पूजा करती हैं, और परिवार के साथ मिलकर रसोई में खास व्यंजन बनाती हैं।

हरियाली कनेक्शन

हरियाली तीज का नाम ही इसका महत्व समझाता है। “हरियाली” शब्द का अर्थ होता है हरित वस्त्र या फिर हरियाली परिवेश। यह त्योहार प्रकृति की सुंदरता का मनाने का एक मौका है। इस दिन लोग प्रकृति को अपने आस-पास और अपने घरों में हरियाली देने का प्रयास करते हैं।

पारंपरिक वस्त्र और आभूषण

तीज के दिन महिलाएँ अक्सर गहनों और श्रृंगार में आकर्षित होती हैं। उनके परिधान विविध रंगों में भरा होता है, जैसे कि लाल, हरा, पीला, और नीला। मांग टिका, हाथ फूल, और चूड़ियां उनके श्रृंगार का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। यह सामग्री महिलाओं के सुंदर और लोकप्रिय श्रृंगार का हिस्सा होती है।

पूजा और रिवाज़

इस दिन मंदिर में महिलाएँ विशेष रूप से खाटू श्याम जी की पूजा करती हैं। भगवान कृष्ण और उनकी प्रिय राधा रानी की याद में, महिलाएँ उनका भजन गाती हैं और उनका व्रत रखती हैं। मंदिर के पास बाजार में अलग-अलग प्रकार के गहने और उपहार मिलते हैं, जो महिलाएँ खरीदकर अपने प्रिय देवी को प्रस्तुत करती हैं।

झूले और गाने

तीज के दिन महिलाएँ अपने घर के आंगन में या किसी खुले मैदान में झूलती हैं। इस दिन वे नाचती हैं और लोक गाने गाकर आनंद लेती हैं। झूलों पर झूलना, खुशी और मस्ती का एक अलग माहौल बनाता है।

पारंपरिक स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लें:

तीज का आनंद तब होता है जब भोजन भी मिठास से भरा होता है। इस दिन घरों में खास व्यंजन बनाए जाते हैं जैसे कि घेवर, मालपुआ, और सारी। घर के सदस्य साथ बैठे हैं और इन मिठास से भरे व्यंजनों का आनंद लेते हैं।

सामाजिक महत्व

हरियाली तीज एक त्योहार है जिसमें परिवार की मिठास और सामाजिक जड़ें का एक महत्वपूर्ण भूमिका है। महिलाएँ अपने पति और परिवार के साथ समय बिताकर खुशियां बाँटती हैं। यह त्योहार परिवार में प्यार और सामाजिक जुड़ाव को मजबूती देने का एक प्रतीक है।

क्षेत्रीय भिन्नताएँ

भारत में हरियाली तीज को विभिन्न प्रांतों में भिन्न ढंग से मनाया जाता है। प्रत्येक क्षेत्र अपनी विशेष रीति और परंपराओं को जोड़ता है। उनके विचारशीलता और आदतें को विवरणित करती है।

हरियाली तीज आधुनिक समय में

आज के समय में, हरियाली तीज ने अपने आंचल में अनेक परिवर्तन देखे हैं। महिलाएँ अब अपने व्यस्त जीवन में भी इस त्योहार को मनाती हैं। मॉडर्न हरियाली तीज के दिन, महिलाएँ खरीददारी करती हैं, स्पा पर जाती हैं, और अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताती हैं।

शक्तिकरण और समानता

आधुनिक समय में हरियाली तीज का महत्व समृद्धि, शक्तिकरण, और परिवार के साथ बंधन मनाने में है, आधुनिक जीवनशैली के अनुकूल हो जाता है।

निष्कर्ष

हरियाली तीज एक महत्वपूर्ण और आनंदमयी त्योहार है जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दिन प्रकृति की हरियाली का आनंद लेना, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना, और समाज में प्रेम और एकता का प्रतीक होता है। इस त्योहार को मनाने से हमारी सांस्कृतिक विरासत को और भी गहराई से समझने का अवसर मिलता है, और यह हमारे जीवन में आनंद और सांझा-भाव लाता है।

हरियाली तीज पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

प्रश्न: हरियाली तीज का महत्व क्या है?

उत्तर: हरियाली तीज एक त्योहार है जो प्रकृति की हरियाली और सावन के मौसम की खुशी का मनाता है।

प्रश्न: हरियाली तीज कैसे मनाई जाती है?

उत्तर: हरियाली तीज को विशेष प्रार्थनाओं के साथ मनाया जाता है, रंगीन वस्त्र पहनकर झूलों पर सवारी करके, और पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेकर।

प्रश्न: हरियाली तीज का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि क्या है?

उत्तर: हरियाली तीज का ऐतिहासिक पृष्ठभूमि देवी पार्वती और भगवान शिव के पुत्र गणेश के जन्म के साथ जुड़ा है। इसके अलावा, इसे प्रकृति की खुशी के साथ जोड़ा जाता है।

प्रश्न: क्या भारत के विभिन्न क्षेत्रों में हरियाली तीज को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है?

उत्तर: हाँ, हरियाली तीज को भारत के विभिन्न क्षेत्रों में रेगियनल वैरिएशन्स के साथ मनाया जाता है, हर क्षेत्र अपनी विशेष रीतियों और परंपराओं को जोड़ता है।

प्रश्न: हरियाली तीज का आधुनिक महत्व क्या है?

उत्तर: आधुनिक समय में, हरियाली तीज प्रकृति, शक्तिकरण, और परिवार के साथ बंधन का मनाने के रूप में मनाया जाता है, समकालीन जीवनशैली के साथ अनुकूलित हो जाता है।

Author

  • Sudhir Rawat

    मैं वर्तमान में SR Institute of Management and Technology, BKT Lucknow से B.Tech कर रहा हूँ। लेखन मेरे लिए अपनी पहचान तलाशने और समझने का जरिया रहा है। मैं पिछले 2 वर्षों से विभिन्न प्रकाशनों के लिए आर्टिकल लिख रहा हूं। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जिसे नई चीजें सीखना अच्छा लगता है। मैं नवीन जानकारी जैसे विषयों पर आर्टिकल लिखना पसंद करता हूं, साथ ही freelancing की सहायता से लोगों की मदद करता हूं।

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